Google Bert Algorithm Update In Hindi


Google Bert Algorithm Update Pros And Cons In Hindi [गूगल बर्ट अल्गोरिथम क्या हैं ? लाभ और हानि क्या हैं ]

 

क्या आप अपने blog को Hindi और English दोनों language में publish करते है? हाँ, तो आपको अपने blog के language को define करने के लिए Google Bert Algorithm की जरूरत है| दोस्तों क्या आप जानते है की Google Bert Algorithm kya hai? नहीं, तो मै इस article में बताऊंगा की Google Bert Algorithm kya hai, Google Bert Algorithm Update Pros And Cons कौन से है?

Google आए दिन Search Engine से संबंधित नए-नए update जारी करता रहता है| पिछले कुछ समय में Google द्वारा बहुत से changes किए जा रहे हैं| जिसमें Google ने नए Google search console को भी launch किया| इसके अलावा वर्ष 2019 में Google search algorithm में बहुत से बदलाव देखे गए जिसका कई तरह की Website पर positive एवं negative impact अनुभव किया गया है|

October 2019 में Google ने Google Bert नामक नए अपडेट को जारी किया है| जिसके कारण कई Websites का traffic या तो  50% तक कम हो गया है या 50% तक बढ़ गया है| क्या है Google Bert Algorithm अपडेट जिसके कारण Website के ट्रैफिक पर इतना ज्यादा परिवर्तन अनुभव किया जा रहा है| यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल है जिसका जवाब आपको इस Article में मिलेगा|



Google Bert Algorithm क्या है?

Bert Algorithm को Bidirectional Encoder Representations From Transformers भी कहा जाता है| Google Bert Algorithm एक Natural Language प्रोसेसिंग है| जो Google को किसी blog के phrase के Hindi और English दोनों languages को Normal Human की तरह समझने में help करता है| मतलब Google, Bert Algorithm के जरिये ये समझ पाते है कि Google search engine पर जो phrase search किया जा रहा है उसका मतलब क्या है|

 

यह जरूरी नहीं है कि कोई भी User Search Engine पर एक पूरे वाक्य को खोजें ज्यादातर Users तरह-तरह के शब्दों को डालकर अपने Questions को पूछते हैं| इन तरह-तरह के शब्दों को मिलाकर Google User के पुछे गए सवाल को खुद ही समझ जाता है और उस सवाल के मुताबिक User को उसका मनचाहा result देता है| Google जब इस तरह से बहुत ही शानदार तरीके से अपने User को उत्तर देता है फिर भी Bert Algorithm क्यों launch किया गया?

 

भले ही Google द्वारा बहुत ही शानदार Algorithm पहले ही लांच की जा चुकी है| फिर भी जब भी कोई यूजर बहुत ही complex queries सर्च इंजन पर डालता है तो उसे बहुत accurate answer गूगल द्वारा provide नहीं किया जाता| इस कारण Google अपनी अब तक की algorithm से संतुष्ट नहीं था| इसलिए अपने search engine को और अधिक improve करने के लिए और यूजर की क्वेरी को ज्यादा अच्छी तरह से समझने के लिए गूगल ने एक नई एल्गोरिथ्म को लॉन्च किया है जिससे वह Google Bert कह रहा है|

 Search Algorithm में जो बदलाव किए गए हैं वह केवल Software में ही नहीं किए गए हैं इस तरह के बदलाव नए Hardware में भी किए गए हैं|

Cloud TPU क्या हैं?

इस बार पहली बार Cloud TPU का इस्तेमाल Hardware एडवांसमेंट के रूप में किया गया है| Cloud TPU गूगल के अन्य products जैसे ट्रांसलेटर, फोटोज, सर्च असिस्टेंट एंड जीमेल  जैसी सुविधाओं को शक्ति देता है| यह Cloud TPO search engine के साथ जुड़कर Users के द्वारा पूछे गए सवाल का सही से सही जवाब देने में Search Engine की help करता है|

 

क्या Google Bert का Snippet पर असर देखा जाएगा?

Google Bert Algorithm इसलिए लांच किया गया है ताकि Users जो क्वेरी करना चाहता है उसे उसके मुताबिक सही से सही answer दिया जा सके| Google Bert Algorithm का फर्क Snippet पर भी देखा जाएगा| Snippet वो Section होता है जब हम कोई queries करते हैं तो गूगल द्वारा हमें हमारे आंसर का थोड़ा सा भाग दिखाया जाता है जिसे देख कर Users उस article पर click करता हैं इस प्रकार snippet का बहुत बड़ा role माना जा सकता हैं| इसलिए Google Bert Algorithm का असर Snippet section पर भी देखा जाएगा|

 

मुख्यतः Bert का असर Sentences वाली क्वेरी पर देखा जाएगा| नए एल्गोरिथ्म के मुताबिक Bert अब Preposition जैसे शब्दों को समझ सकेगा| वे शब्द जो कि 2 शब्दों के बीच में संबंध स्थापित करते हैं| उन शब्दों के अर्थ को Bert Algorithm समझ सकता हैं और उसी के अनुसार अब वह पूछे जाने वाले सवालों का सही से सही जवाब देने में समर्थ हैं

क्या Bert Algorithm के मुताबिक हमें हमारी SEO स्ट्रैटेजी में परिवर्तन करना चाहिए?

Google की यह Algorithm केवल यूजर को ध्यान में रखकर बनाई गई है| इस Algorithm का कतई यह मतलब नहीं है कि वह किसी भी तरह की Websites को दंडित करें| इसलिए इस Google Bert Algorithm के मुताबिक किसी भी Website Owner को अपने SEO स्ट्रैटेजी में अधिक परिवर्तन करने की जरूरत नहीं है| बस उन्हें यह ध्यान रखना है कि वह अपने टॉपिक पर विस्तृत और अच्छे से जानकारी देने का प्रयास करें|

 

Google Bert Algorithm के Pros एवं Cons

हर Algorithm के अच्छे एवं बुरे दोनों ही तरह के Results देखने को मिलते हैं| एक तरफ यह Algorithm Users के लिए अच्छे परिणामों को लेकर आएगा और दूसरी तरह बुरे| Bert Algorithm के लिए जो features Google द्वारा तय किए गए हैं उसके अनुसार Bert Algorithm keyword density वाले article को चुनते हुए Users की queries को पूरी तरह से समझ कर उसके सवाल के अनुसार उसे answer provide कराएगी|

 

जिसके लिए Google Bert Algorithm को query एवं article की language को पूरी तरह से समझना पड़ेगा| जो कि एक challenge के रूप में देखा जा सकता है| साथ ही Bert Algorithm का असर 10% सर्च क्वेरी पर पड़ेगा जो कि बहुत अधिक माना जा रहा है|

 

Website Owner को क्या करना चाहिए?

जैसा कि हम सभी को समझ गया है कि गूगल अब पूछे जाने वाले प्रश्नों को और अधिक बेहतर तरीके से समझ कर उन्हें जवाब देने वाला है| अब जब Google अब वाक्यों को समझकर, उनका उत्तर देगा| इसीलिए जरूरी है कि कोई भी Website इस तरह के आर्टिकल लिखें जिसमें टॉपिक के बारे में विस्तृत जानकारी हो| अर्थात वह किसी टॉपिक के long-tail Keyword पर लिखे जिससे Users जिस भी सवाल को करें उसका उत्तर उस पूरे Article में उसे मिल सके|

 

साथ ही Article की लंबाई की बारे में बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब ऐसा नहीं है कि लंबे लंबे आर्टिकल को ही Google प्रीफ्रेंस देगा| Google को अपने जवाब से मतलब है इसीलिए उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने article कितना लंबा लिखा है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि जिन लोगों ने लंबे आर्टिकल लिखें हैं उन्हें कोई नेगेटिव इंपैक्ट देखने को मिलेगा|

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