Video Markup Schema क्या
है, कैसे जनरेट होता है (फायदे, इस्तेमाल का तरीका) (Video Markup Schema in hindi)
Video Markup Schema क्या है | What is Video Markup Schema in hindi - 2022
आजकल विडियो कंटेंट को इन्टरनेट पर बहुत तबज्जो दी जाती है. अगर आपको ऐसा लगता है कि ऐसा नहीं है तो हम आपको विस्तार से इसके बारे में बताते है. एक रीसेंट रिसर्च के अनुसार इन्टरनेट पर जो कुल ट्रैफिक होता है, उसमें से 80 प्रतिशत विडियो बेस्ड होता है. यूजर सिर्फ विडियो पसंद नहीं करते, बल्कि और ज्यादा से ज्यादा उसे चाहते है. अभी भी लेकिन क्रोलर्स कई जगह वेब पेज पर मीडिया ऑब्जेक्ट को सही से रीड नहीं कर पाते है, जिससे वो सही ढंग से सर्च रिजल्ट में दिखाई नहीं देता. इसके लिए जरुरी है कि आप सही ढंग से विडियो को अपने कंटेंट में डालें और विडियो स्कीमा, स्ट्रक्चर टूल का इस्तेमाल करें. इससे आपके डाटा को सर्च रिजल्ट में जगह मिलेगी, साथ ही रिच स्निपेट भी बनेगा, जिससे यूजर आकर्षित होकर आपकी साईट में जाना पसंद करेंगें.
अपने कंटेंट में विडियो को डालने के लिए आपको स्कीमा मार्कअप का प्रयोग करना होगा, यह एक बहुत पावरफुल टूल है, जो सर्च इंजिन को हेल्प करेगा आपके कंटेंट और आपकी साईट को बेहतर तरीके समझने के लिए, इसके द्वारा पता चलेगा कि आपकी साईट क्या है और क्या देना चाहती है. इसके द्वारा आपको रैंकिंग मिलेगी जिससे आप ज्यादा से ज्यादा लोगों से कनेक्ट हो सकेंगें. चलिए विस्तार से जानते है कि विडियो स्कीमा मार्कअप क्या है, कैसे काम करता है, आप कैसे इसे इस्तेमाल कर सकते है. स्कीमा मार्कअप समझने से पहले हमे समझना होगा कि स्ट्रक्चर डाटा क्या है, यह कैसे इस्तेमाल होता है.
स्ट्रक्चर डाटा क्या होता है –
स्ट्रक्चर डाटा में कुछ कोड लिखे हुए होते है, जो सर्च इंजिन की मदद करते है आपके पेज के कंटेंट और स्ट्रक्चर को समझने के लिए. फिर सभी सर्च इंजिन इस जानकारी को यूजर तक पहुंचाते है. गूगल सर्च इंजिन इसी सेम कोड के द्वारा रिच स्निपेट जनरेट करके आपको अच्छी पोजीशन देता है.
विडियो स्कीमा क्या है –
यह विडियो कंटेंट के लिए मार्कअप होता है. इस स्ट्रक्चर डेटा के द्वारा आप Google सर्च इंजिन को वीडियो खोजने और देखने के लिए रास्ता दिखाते है. यहाँ आप विडियो ऑब्जेक्ट के साथ उससे जुडी सारी जानकारी को दे सकते है.
स्ट्रक्चर डाटा विडियो के लिए कैसे इस्तेमाल करें –
आपको इन कोड को जनरेट करने से पहले आपको सभी के बारे में अच्छे से जानकारी लेनी होगी. Schema.org एक इसी तरह का स्ट्रक्चर डाटा टूल है, जिसे अधिकतर ब्लॉगर उपयोग करते है. इसको उपयोग कर आप अपनी वेबसाइट में स्ट्रक्चर डाटा बना सकते है, जिससे सर्च इंजिन में उपर आने के आपके चांस बढ़ जायेंगें.
इसके अलावा JSON-LD के द्वारा भी आप साईट में स्ट्रक्चर डाटा इम्प्लेमेन्ट कर सकते है. आपको इन टूल के इस्तेमाल करते समय किसी तरह की कोडिंग नहीं करनी होगी, आपको बस डाटा डालना होगा, कोड आटोमेटिक जनरेट हो जायेगा.
आपकी साइट को वीडियो रिच कार्ड और सर्च रिजल्ट में रिच स्निपेट के लिए योग्य बनाने के लिए दो कदम आवश्यक हैं –
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विडियो
के बारे स्ट्रक्चर
डाटा को अपने उस पेज में जोड़े, यहाँ मार्कअप
के द्वारा आपका डाटा माइक्रोडाटा या JSON ID फॉर्मेट
में आपका डाटा शो होगा.
·
विडियो
साईटमैप को बनाकर आप उसे सर्च इंजिन को सबमिट करें.
विडियो मार्कअप को फिक्स कैसे करें –
अगर आपका मार्कअप सही नहीं है तो गूगल सर्च कंसोल द्वारा आपको नोटिफिकेशन मिल जायेगा कि आपका मार्कअप गलत है. आप विडियो मार्कअप जनरेटर का इस्तेमाल करके अच्छे से विडियो को मार्कअप कर सकते है.
स्कीमा मार्कअप क्या है –
स्ट्रक्चर डाटा को समझने के बाद हम बात करते है स्कीमा मार्कअप की. जैसा कि हमने उपर बात भी कि थी की क्रोलर्स वेबसाइट पर टेक्स्ट डाटा को तो रीड कर लेते है लेकिन ये अभी भी विडियो डाटा को रीड करके शो नहीं कर पाता है. ये विडियो को देख कर समझ तो जाता है कि यहाँ डाटा है ,
लेकिन यह किस तरह का डाटा है, इसमें क्या है यह वो रीड नहीं कर पाता है.
स्कीमा मार्कअप इस तरह से डिजाईन किये गए है कि वो क्रोलर्स को यह अतोरिक्त जानकारी देते है, जो उनके पास नहीं होती, जिससे वे मीडिया तरह के डाटा को भी रीड कर पाने में सफल होते है.
विडियो स्कीमा के द्वारा कौन-कौनसी जानकारी दी जा सकती है –
स्कीमा मार्कअप के द्वारा आप बड़े तौर पर अपनी जानकारी को लोगों को शेयर कर सकते हो, इसमें आपको विडियो से जुडी हर जानकारी देनी होगी. जिसमें थंबनेल URL, विडियो का कुल समय (Duration), विडियो का टाइटल आदि जानकारी देनी होगी. इसके साथ ही आपको अन्य जरुरी जानकरी जैसे आपने जो म्यूजिक अपने विडियो में उपयोग किया है, उसकी विस्तार से जानकारी. आप अगर सभी जानकारी को इसमें नहीं देंगें तो सर्च इंजन द्वारा आपके विडियो को अच्छे से रीड नहीं किया जायेगा जिससे आपको रैंकिंग नहीं मिलेगी. ये सभी जानकारी देने से ही आपके डाटा का सर्च रिजल्ट में रिच स्निपेट शो होगा.
विडियो स्कीमा ब्लॉग पोस्ट में कैसे काम करेगा –
अगर आपके अपने विडियो को पहले यूट्यूब पर अपलोड किया है, फिर आप इसे ब्लॉग में एम्बेड करना चाहते है तब भी आपको मार्कअप का इस्तेमाल कर इसे एम्बेड करना होगा, जिससे इसकी विसिबिलिटी बढ़े और ज्यादा लोगों से यह कनेक्ट हो सके. आप अगर अपने ब्लॉग में विडियो को ऐड करना चाहते है तो एक सही और पावरफुल स्कीमा का चयन करें, जिसके प्रयोग से गूगल आपकी जानकारी को रीड करके ज्यादा से ज्यादा यूजर तक पहुंचा सकेगा.
सर्च इंजिन हमेशा यूजर की मदद करता है, जिससे वो अपनी पसंद अनुसार सही डाटा तक पहुँच सके. आप स्कीमा के चयन के इस्तेमाल के समय इन प्रॉपर्टीज को जरुर ध्यान रखें –
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नाम – यह बहुत जरुरी होता है, आपके विडियो
का टाइटल, नाम जितना स्ट्रोंग होगा, आपको उतना अच्छा रिस्पांस मिलेगा.
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डिस्क्रिप्शन – इसके द्वारा आप अतिरिक्त
जानकारी को बता सकते है, विडियो
से जुडी जरुरी जानकारी को यहाँ बता सकते है.
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ड्यूरेशन – अधिकतर
लोग छोटे शोर्ट विडियो देखना पसंद करते है, आप अगर यहाँ अपने विडियो की टाइमिंग
को बताएँगे तो उदर ज्यादा क्लिक करेंगें.
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ट्रांसक्रिप्ट – यहाँ विडियो की जानकारी
को विस्तार से बताने का मौका मिलता है, यहाँ आप जितना चाहें उतने शब्दों में एक्सप्लेन कर सकते है.
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अपलोड डेट – अगर आप अपने विडियो
की अपलोड डेट को अपडेट करेगें
तो यह लोगों को समझने में मदद करेगा कि आपका विडियो में फ्रेश कंटेंट है.
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थंबनेल URL – अगर आप क्रोलर को अपने विडियो की थंबनेल लिंक देते है तो आप सर्च इंजिन को अनुमति देते है कि वो आपके विडियो थंबनेल को यूजर को डायरेक्ट
सर्च रिजल्ट में दिखाए.
·
एक्सपायर – आप यहाँ एक डेट सेट करके डाल सकते है, जहाँ लोगों को जानकारी
मिलेगी कि यह विडियो अब उपलब्ध
नहीं है.
गूगल सर्च विडियो रिच रिजल्ट कैसे प्राप्त करें –
आप पहले जनरेटर की मदद से विडियो स्कीम बना लें, फिर कोड इन्सर्ट करके, विडियो अपलोड कर दे जो सभी के लिए विसिब्ल हो. इसके बाद सर्च इंजिन इसको पहचान कर, उसे इंडेक्स करेगा.
FAQ
Q: विडियो स्कीमा क्या है?
Ans: आप स्कीमा की मदद से अपने मीडिया ऑब्जेक्ट के बारे में गूगल को बताते है, जिससे उसे समझने और देखने में आसानी होती है कि यह विडियो है. जिसके बाद वो उसे उसी तरह से यूजर को शो करता है.
Q: विडियो स्निपेट क्या है?
Ans: विडियो स्निपेट एक तरह का शोर्ट विडियो होता है, जिसे आप एक तरह का टीजर भी कह सकते है. जब कोई यूजर किसी विडियो को गूगल पर सर्च करता है तो रिच मीडिया स्निपेट के द्वारा सर्च रिजल्ट में उपर ही आपको छोटा सा विडियो दिखाई देता है, जिससे यूजर को समझने में आसानी होती है कि विडियो में क्या है.
Q: विडियो स्कीमा मार्कअप के क्या फायदे है?
Ans: इससे गूगल क्रोलर को समझने में आसानी होगी कि आपका डाटा मीडिया ऑब्जेक्ट है, न की टेक्स्ट डाटा. फिर वो उस मीडिया ऑब्जेक्ट को उसी तरह से सर्च रिजल्ट में शो करेगा.